Saturday, August 25, 2012

Kabeer Vacanaavali

Some dohas (couplets) of Kabeer that I learnt in school:

तिनका कबहुँ ना निंदये, जो पाँव तले होय ।
कबहुँ उड़ आँखो पड़े, पीर घानेरी होय ॥

बडा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर।
पंथी को छाया नही फल लागे अति दूर ॥

कबीरा गर्व न कीजिये काल गहे कर केस
ना जाने कित मारे हैं क्या घर क्या परदेस

जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान।
मोल करो तलवार का, पड़ा रहने दो म्यान।।